भोजन में विटामिनों का महत्व
संतुलित भोजन में विटामिन का समावेश करने से आप बहुत से लोगों से सुरक्षित रह सकते हैं |Vitamins की कमी से शरीर में रोग उत्पन्न होते हैं| भोजन द्वारा स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए 8 विटामिनों की आवश्यकता पड़ती है| Vitamine A, Vitamine B1, B2, B12, Vitamine C,Vitamine D,Vitamine E,और Vitamine k अधिक उपयोगी होते हैं| जो पोषक तत्व हमें भोजन में चाहिए होते हैं इनमें विटामिन का बहुत महत्व होता है| खाने में किसी भी विटामिन की, किसी भी बीमारी का कारण बन सकती है|Vitamins क्या काम हमारे भोजन को इंजन में बदलना जिससे शरीर में खाया हुआ खाना ठीक से डाइजेस्ट हो सके| विटामिन हमारे शरीर को रोगों से बचाते हैं| Tonics के रूप में विटामिनों का खूब प्रचलन है| डॉक्टर की ऐसे विटामिनों का परामर्श देते हैं, लेकिन यह हमारे शरीर को अधिक शक्ति नहीं दे पाते|आइए जानते हैं कौन सा विटामिन कितना उपयोगी है
Vitamine A / विटामिन ए
विटामिन ए में रोग प्रतिरोधक क्षमता होती है| यह बच्चों के नेत्रों के लिए बहुत गुणकारी है| जिनमें विटामिन ए की मात्रा भरपूर होती है उनकी आंखें कभी कमजोर नहीं होती| यह पाचन क्रिया को संतुलित रखता है| यह श्वसन तंत्र, चेहरे और त्वचा को सुरक्षित रखता है|Vitamine A मछली के तेल में अधिक मात्रा में होता है| मीठे फल और सब्जियां जैसे पालक, गाजर, टमाटर,पपीता, सेब, पुदीना, करेला, दूध, मक्खन, केला आदि ने भरपूर होता है|Vitamine B1/विटामिन बी1
यह विटामिन आहार की पाचन क्रिया के लिए बहुत आवश्यक होता है| इसके शरीर में पर्याप्त मात्रा होने से पाचन क्रिया तीव्र होने से अधिक भूख लगती है| खाना जल्दी हजम हो जाता है| विटामिन B की कमी से पेट के रोग, बेरी बेरी, गठिया, अस्थमा, मधुमेह और घबराहट जैसी बीमारी होती है| एक इंसान को 4 मिलीग्राम जितनी विटामिन बी1 की आवश्यकता होती है| आहार जैसे गाजर, अमरूद, दूध, मलाई, मांस, अंडा, लीची, हरी पत्तियों वाले शाक, शलगम, मूंगफली , सोयाबीन, आलू ,चावल, और पनीर पाया जाता है|Vitamine B 2/ विटामिन बी2
विटामिन बी2 स्नायु विकार, पेट के रोग, अस्थमा, मधुमेह और गठिया रोगों को बचाने के साथ-साथ त्वचा को सुरक्षित रखता है| यह विटामिन की कमी से रक्त विकार, पेट के रोग, पक्षाघात और स्नायु रोग उत्पन्न होते हैं| आहार जैसे दूध, हरी सब्जियां, मांस मछली, अनाज और दालों में पाया जाता है| बुखार के समय शरीर में विटामिन बी2 की आवश्यकता सबसे अधिक होती है|Vitamine B12/विटामिन बी12
विटामिन बी12 खून के निर्माण में बहुत सहायता करता है| Pregnancy के दौरान ladies मैं खून की बहुत कमी हो जाती है |डॉक्टर के अनुसार किस विटामिन की कमी से DNA की उत्पत्ति पर प्रभाव पड़ता है| इसके रीढ़ की हड्डी में कमजोरी होने से अनेक रोग उत्पन्न हो जाते हैं | रक्त की लाल कणिकाओं के निर्माण के लिए विटामिन बी12 बहुत सहायता करता है| भोजन जैसे दूध, पनीर, मछली ,अंडे में विटामिन बी12 पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है|Vitamine C/विटामिन सी
खट्टे फलों में विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में मिलता है| नींबू ,आंवला, संतरा, चकोतरा, अनानास, बेल एवं टमाटर में अधिक मात्रा में विटामिन सी होता है| इसकी कमी से मसूड़ों को बहुत हानि पहुंचती है यहां तक की मसूड़ों से खून भी निकलने लगता है| विटामिन सी के अभाव से आंखों की नजर भी कमजोर हो जाती है| शरीर में रक्त जमने की शक्ति कम हो जाती है| चोट लगने पर खून देर तक बहता है| पानी में विटामिन सी आराम से घुल जाता है, लेकिन फल सब्जियों को आग पर पकाने से विटामिन सी जल्दी नष्ट हो जाता है|
Vitamine D /विटामिन डी
शारीरिक शक्ति और रोग निरोधक क्षमता के लिए विटामिन डी अत्यंत आवश्यक होता है| शिशु को दूध मक्खन खिलाने और स्तनपान कराने से विटामिन डी की मात्रा शरीर में बनी रहती है| प्राकृतिक रूप से विटामिन डी सूर्य की किरणों से प्राप्त होता है| जो लोग अंधेरे बंद कमरे में ज्यादा समय तक रहते हैं उनके शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है| विटामिन डी मक्खन, घी और तेल से प्राप्त होता है| विटामिन डी की कमी से अस्थमा, निमोनिया, खांसी, जुकाम, मधुमेह, जोड़ों का दर्द तथा हृदय रोग होते हैं| सोयाबीन, मास, सरसों के तेल तथा अंडे से विटामिन डी की पूर्ति होती है|Vitamine E/विटामिन इ
ज्यादा आयु तक स्वस्थ और सुंदर बने रहने के लिए विटामिन ई बहुत आवश्यक होता है| विटामिन ई की कमी से चेहरे पर झुर्रियां बनने लगती हैं| स्त्रियों के मेनोपॉज के बाद विटामिन ई की कमी हो जाती है| विटामिन ई से शरीर पर सिगरेट व तंबाकू के धुएं का असर कम होता है| पौष्टिक भोजन से विटामिन ई की कमी की पूर्ति होती है| विटामिन इ कोलेस्ट्रॉल को एकत्र नहीं होने देता| विटामिन ई खनिज तत्वों के अलावा कंद, शाक, फल, सूखे मेवों, गाजर, दूध, दही, पनीर, शहद, अंडे, सोयाबीन, जैतून का तेल, प्याज, दूध तथा घी में पर्याप्त मात्रा में मिलता है| शलगम की पत्तियों और सलाद में भी विटामिन ई भरपूर मात्रा में होता है|Vitamine k/विटामिन के
विटामिन के रक्त को जमने की शक्ति देता है| जब शरीर में इसकी कमी होती है तो रक्त में थक्का नहीं बनता| यह ग्लूकोस कोउ ग्लाइकोजन में बदलने की शक्ति देता है| हरे पत्ते वाली सब्जियां, अंडे की जर्दी, आलू, सोयाबीन, दूध, मक्खन, गेहूं के चोकर, पालक, टमाटर, और फूलगोभी में विटामिन के पर्याप्त मात्रा में होता है विटामिन के से लीवर की क्षमता बढ़ती है पानी में विटामिन के बहुत कम मात्रा में मिक्स हो पाता है|तरह-तरह के पोषक तत्व मिलकर हमारी सेहत को तंदुरुस्त रखते हैं| जिनमें विटामिन बहुत अहम भूमिका निभाते हैं अपने भोजन में कुछ बदलाव करके आप इस कमी को दूर कर सकते हैं|
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